कोयल जो बोले बागों में याद मैया जी की आने लगी नवरात्रि वाली रातों में , मोर जो नाचें बागों में याद मैया जी की आने लगी नवरात्रि वाली रातों में.....
अगले बरस मैं जाऊंगी मां की बिंदिया लाऊंगी , बिंदिया लगाई जब मात को याद मैया जी की आने लगी नवरात्रि वाली रातों में......
अगले बरस मैं जाऊंगी मां को चूड़ा लाऊंगी , चूड़ा पहनाया मेरी मात को याद मैया जी की आने लगी नवरात्रि वाली रातों में.....
अगले बरस मैं जाऊंगी मां को लहंगा लाऊंगी , लहंगा पहनाया मेरी मात को याद मैया जी की आने लगी नवरात्रि वाली रातों में.....
अगले बरस मैं जाऊंगी मां की भेंट ले आऊंगी , भेंट चढ़ाई मेरी मात को याद मैया जी की आने लगी नवरात्रि वाली रातों में.....
अगले बरस मैं जाऊंगी मां का भोग ले आऊंगी , भोग जब लगाया मेरी मां को याद मैया जी की आने लगी नवरात्रि वाली रातों में.....
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