रस बरसे तेरे भवन में मां रस बरसे.....
मृदंग बाजे ढोलक बाजे और बाजे छैना , फूलों की वर्षा होय भवन रस बरसे रस बरसे तेरे भवन मां रस बरसे.....
जगमग जगमग ज्योति जली है , दर्शन करने आए भगत रस बरसे रस बरसे तेरे भवन में मां रस बरसे......
चंदन की चौकी बैठीं भवानी , कोई खाली न जाए दर से रस बरसे रस बरसे तेरे भवन में मां रस बरसे....
भक्तों पर कृपा कर दो भवानी , हाथ कभी ना हटाना सिर से रस बरसे रस बरसे तेरे भवन में मां रस बरसे.....
No comments:
Post a Comment