तुझे मैंने पुकारा मां चली आओ चली आओ तेरा दरबार लगाया मां चली आओ चली आओ....
तेरे भक्तों ने ओ मैया तेरा दरबार लगाया है बड़े अरमान से मैया तेरा आसन बिछाया है करो अरमान पूरे मां चली आओ चले आओ...
तेरे भक्तों ने ओ मैया पूजा का थाल लगाया है जलाई जोत है मैया कलश प्यारा सजाया है बुझे ना दीप मेरे मन का चली आओ चली आओ....
उठा है दर्द सीने में सहा जाता नहीं अब मां मिटा दो दर्द आकर मां चली आओ चली आओ...
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