पागल कहेंला न हो लोगवा पागल कहेंला न हो भोला पीवे भांग का प्याला लोगवा पागल कहेंला न
गंगा जल खूब चढ़ाई फूल हार चढ़ाई , फूल चढाई रे भोला पागल कहेंला न...
सोने की कटोरी में केसर रोली चंदन तिलक लगाये , ज्योति जगाये दीप जलाये पागल कहेंला न..
लड्डू पेड़ा मेवा मिश्री भोग लगावे ना , भांग धतूरा भोग लगावे पागल कहेंला न...
No comments:
Post a Comment