गुरु जी मेरे मन मन्दिर में रहियो इस दुनियां में हम अकेले तुम ही साथ निभइयो गुरु जी..
१- रोवत रोवत थक गये नैना, आओ अब मत देर करो न
भवसागर में फंसे हुए हैं,भव से पार लगइयो गुरु जी..
२- सतगुरु सबको है अति प्यारा, तुमसे सब भक्तों को सहारा ,दीन हीन को गले लगाया, हमको भी गले लगइयो गुरु जी...
३- तेरे लिए दुनिया ठुकराया ,दर दर भटका कुछ नजर न आया , चरणों का दो हमें सहारा, सच की राह दिखइयो गुरु जी..
४- अपने भक्तों को भूल न जाना ,मन मंदिर से दूर न जाना ,सब भक्तों को ध्यान में लेके ,अपना दर्शन दीजो गुरु जी..
१- रोवत रोवत थक गये नैना, आओ अब मत देर करो न
भवसागर में फंसे हुए हैं,भव से पार लगइयो गुरु जी..
२- सतगुरु सबको है अति प्यारा, तुमसे सब भक्तों को सहारा ,दीन हीन को गले लगाया, हमको भी गले लगइयो गुरु जी...
३- तेरे लिए दुनिया ठुकराया ,दर दर भटका कुछ नजर न आया , चरणों का दो हमें सहारा, सच की राह दिखइयो गुरु जी..
४- अपने भक्तों को भूल न जाना ,मन मंदिर से दूर न जाना ,सब भक्तों को ध्यान में लेके ,अपना दर्शन दीजो गुरु जी..
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