भोला खेलें रे होली जटा खोली , शिव खेलें रे होली जटा खोली.....
पहली होली ब्रह्मलोक में खेली , ब्रह्मा ब्रह्माणी की गजब जोड़ी भोला खेले रे होली जटा खोली....
दूसरी होली अयोध्या में खेली , राम और सीता की गजब जोड़ी भोला खेलें रे होली जटा खोली.....
तीसरी होली बैकुंठ में खेली , विष्णु लक्ष्मी की गजब जोड़ी भोला खेलें रे होली जटा खोली.....
चौथा होली जम्मू में खेली , भैरव और मैया गजब जोड़ी भोला खेलें रे होली जटा खोली......
पांचवा होली कैलाश पे खेली , गौरा और शिव की गजब जोड़ी भोला खेलें रे होली जटा खोली....
छटवां होली आज कीर्तन में खेली , सखियों की है गजब जोड़ी भोला खेलें रे होली जटा खोली....
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