तेरा ध्यान करूं महाकाल तुम तो हो कालों के काल कि मुक्ति दिला देना भोले बाबा कि मुक्ति दिला देना...
रूप है तूने अद्भुत बनाया त्रिनेत्रों का तिलक लगाया धरे शीश पे गंगा धार तुम तो हो कालों के काल कि मुक्ति दिला देना....
शापित चंदा माथे सजाया विषधर तूने कंठ बिठाया तूने किया हलाहल पान तुम तो हो कालों के काल कि मुक्ति दिला देना....
भूत पिशाच हैं शिव गण तेरे श्मशानों में तेरे डेरे तूने किया अहम को खाक तुम तो हो कालों के काल कि मुक्ति दिला देना....
अवगुण रूपी तन मन मेरा डाल दो इसपे अपना फेरा मेरा कर देना कल्याण तुम तो हो कालों के काल कि की मुक्ति दिला देना....
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