कान्हा तेरा मेरा प्यार कभी ना छूटे जग रूठे या जग छूटे कान्हा तेरा मेरा प्यार कभी ना छूटे....
सात कोस की करूं परिक्रमा दूध चढ़ाऊं तुम्हें रज रज के कान्हा तेरा मेरा प्यार कभी ना छूटे....
गंगाजल स्नान कराऊं पीतांबर पहनाऊ तुम्हें रज रज के कान्हा....
घिस घिस चंदन तिलक लगाऊं माला पहनाऊं तुम्हें रज रज के कान्हा....
छप्पन भोग छत्तीसों व्यंजन भोग लगाऊं तुम्हें रुचि रुचि के कान्हा...
फूलों की सेज मोती झल्लर की तकिया चरण दबाऊं तेरे रज रज के कान्हा....
मैं तेरी तुम मेरे मोहन सूरत पे वारी जाऊं मोहन के कान्हा....
वृंदावन मेरा आना जाना जन्म जन्म तक बना रहे कान्हा....
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