ना मारो श्याम पिचकारी चुनरिया भीग जाएगी
उठाया मुझसे क्यों घुंघटा हमें तो लाज आती है ना रगड़ो गाल पर रोरी नथुनिया टूट जाएगी...
हमारा बदन कपता है तुम्हें होली की सूजी है कलाई छोड़ दो लाला ये चूड़ी टूट जाएगी...
बड़े बेदर्द हो मोहन दया बिल्कुल नहीं आती अगर ज्यादा सताओगे मोहब्बत टूट जाएगी...
खड़ी सब देखती सखियां मुझे बदनाम कर देगीं गजब हो जाएगा लाला ननदिया रूठ जाएगी...
तेरे सब भक्त कहते हैं कि तुमसे फाग है रोशन सदा तुम खुश रहो लाला होली फिर से आएगी...
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