कलकत्ते से रेल चली है हो
कलकत्ते से रेल चली है रेल चली है दिलवालों की मैंने पहना चोला काली का
लोहे का तो पुल बनवाया पुल बनवाया जाली का मैंने पहना
धम धम करती आई मेरी मैया हो
धम धम करती आई मेरी मैया मैया हो गई मतवाली मैंने पहना
खाने को मांगें लौंग बतासे हो
खाने को मांगें लौंग बतासे पीने को प्याला मदिरा का मैंने पहना
लौंग बतासे खाके मैया हो
लौंग बतासे खाके मैया मैया हो गई मतवाली मैंने पहना
हाथ में खप्पर मुंडो की माला हो
हाथ में खप्पर मुंडो की माला मैया हो गई विक्राली मैंने पहना
दुष्टों का संघार कराया हो
दुष्टों का संघार कराया जीभ निकाली मैया ने मैंने पहना
सब भक्तों को दर्शन दे गई हो
सब भक्तों को दर्शन दे गई शोर मचा गई मौहल्ले में मैंने पहना चोला काली का
कलकत्ते से रेल चली है रेल चली है दिलवालों की मैंने पहना चोला काली का
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