हरि नाम अनमोल रे हरि नारायण बोल रे
हरी नाम का सुमिरन करले , व्यर्थ न ऐसे तू डोल रे हरि नारायण बोल रे
हरि इच्छा से तू तर जाएगा , किस्मत अपनी खोल रे हरि नारायण बोल रे
हरि विष्णु चरणों में नमन है , मन में अमृत घोल रे हरि नारायण बोल रे
विष्णु जी सबको हैं तारे , भक्ति में खुद को तौल रे हरि नारायण बोल रे
No comments:
Post a Comment