प्रेम पुष्प चरणों में अर्पण जगदंबे स्वीकार करो जीवन नैया तुम को सौंपी आर करो या पार करो प्रेम पुष्प..
कोई चढ़ावे ध्वजा नारियल कोई चढ़ावे फूलों के हार कोई चढ़ावे चांदी का छत्र कोई चढ़ावे दिल का प्यार प्रेम पुष्प...
जग के दुखड़े सुनने वाली मेरे भी दुख दूर करो जिसने मां को याद किया है माता उसके कष्ट हरें प्रेम पुष्प...
जिसके सिर पर हाथ तुम्हारा वो किसकी परवाह करें मेरे सिर पे हाथ धरो मां मेरे भी दुख दूर करो प्रेम पुष्प..
दर्शन को तेरे नैना तरसे चरणों में स्थान दो छल और कपट से दूर रखो मां मुझे ऐसा वरदान दो प्रेम पुष्प..
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