मैया का नया भोग भजन कीर्तन में गाओ रौनक बढ़ाओ🌹मेरे मन में यही आस मैं खाते देखूं मैया को🌹

 

मेरे मन में यही है आस मैं खाते देखूं हरे हरे मैं खाते देखूं मैया को 

हलुआ पूड़ी छोले खाएं और खाएं फल मेवा , हमें देख शरमा न जाएं पर्दा लगा दो द्वार मैं खाते देखूं हरे हरे मैं खाते देखूं मैया को मेरे मन में.. 

ठुमुक ठुमुक मां चलती आ रहीं और चबाएं पान , मुंह की लाली ऐसी प्यारी मंद मंद मुस्काएं मैं खाते देखूं हरे हरे मैं खाते देखूं मैया को मेरे मन में.. 

चलो सखी सब मिलकर जाएं मैया के दरबार , खुल गए देखो भाग्य हमारे दर्शन दो एक बार मैं खाते देखूं हरे हरे मैं खाते देखूं मैया को 




Share:

No comments:

Post a Comment