जन्माष्टमी भजन मस्त डांस देखोगे तो आप भी नाचोगे💃समझाय ले अपने कान्हा को वो मारे ढेल गगरिया💃

 

 

समझाय ले अपने कान्हा को वो मारे ढेल गगरिया में 

मैं जल भरने को जाती हूं वो रास्ते में मिल जाता है वो छेड़े बीच डगरिया में वो मारे ढेल गगरिया में समझाय ले... 

जब मैं अटारी चढ़ जाती हूं वो पीछे से चढ़ आता है मन मोह लिया ढलती उमरिया में वो मारे ढेल गगरिया में समझाय ले... 

काहू दिन ऐसो मारुंगी सबरी ऐंठ निकालूंगी जैसे छिप जाये चांद बदरिया में वो मारे ढेल गगरिया में समझाय ले... 




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