डमरू जो बाजे हाथो में नाचे धरती और आकाश कि भोले बाबा नाच रहे डमरू जो बाजे हाथो में....
भांग धतूरा भोग लगे गले सर्पो की माला है गोदी में श्री गणपति जी संग में गौरा माता हैं तीनो लोकों के स्वामी हैं , भोले तीनो लोको के स्वामी हैं ये तो कृपा बाट रहे कि भोले बाबा नाच रहे डमरू जो बाजे हाथो में ...
आये जो इनके द्वारे करते हैं वारे न्यारे नागों के स्वामी नागेश्वर बिगड़े काम बनाते हैं सब की झोली आज भरें , भोले सब की झोली आज भरें तुम भजन गाओ दिन रात कि भोले बाबा नाच रहे डमरू जो बाजे हाथो में ...
ये विश्वास मेरे मन में मैं शिव का शिव है मुझ में नित्य नेम से जो ध्यावे भोले हैं उसके संग में देवो के देव महादेव हैं , भोले देवो के देव महादेव है ये तो विपदा हरते है कि भोले बाबा नाच रहे डमरू जो बाजे हाथों में.....
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