भोले की दीवानी बन जाऊंगी
जब भोले को प्यास लगेगी गंगा जमुना और त्रिवेणीं बन जाऊंगी
जब भोले को भूख लगेगी हलुआ पूड़ी और कचौड़ी बन जाऊंगी
जब भोले को गर्मी लगेगी कूलर पंखा और ऐसी बन जाऊंगी
जब भोले को सर्दी लगेगी शाल कम्बल और रजाई बन जाऊंगी
हैलो दोस्तों हरी रस माला में आपका स्वागत है | मेरा नाम नमता भदौरिया है | मैं नई दिल्ली में रहती हूँ | अगर आपको मेरे भजन पसंद आये तो लाइक, शेयर, कमेंट जरूर करे |
भोले की दीवानी बन जाऊंगी
जब भोले को प्यास लगेगी गंगा जमुना और त्रिवेणीं बन जाऊंगी
जब भोले को भूख लगेगी हलुआ पूड़ी और कचौड़ी बन जाऊंगी
जब भोले को गर्मी लगेगी कूलर पंखा और ऐसी बन जाऊंगी
जब भोले को सर्दी लगेगी शाल कम्बल और रजाई बन जाऊंगी
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