सावन स्पेशल कीर्तन में नाचने वाला नया भजन💃भोले बाबा ने डमरू घुमाया मुझे गौरा से किसने

 

 

भोले बाबा ने डमरू घुमाया मुझे गौरा से किसने चुराया 

तेरी मैया को मैं न पसंद था और पापा की आंखों में रंज था बदले में वो डमरू छुपाया मुझे गौरा से किसने चुराया 

मेरे बाबा हैं राजा मैया रानी तुम्हरी टूटी झोपड़िया पुरानी तुमने नशे में डमरू घुमाया मुझे गौरा से किसने चुराया 

 लेके निकलीं हैं गणपति को गोद में गौरा मैया चलीं चढ़के नंदी आज भोले ने बड़ा दिल दुखाया मुझे गौरा से किसने चुराया 

आज मन में भोले पछताये गौरा मैया को दुखड़े सुनाये सखियों ने है गौरा को मनाया मुझे गौरा से किसने चुराया 




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