ये मेरी प्यारी मां तेरी याद बहुत आती ,दर्शन का प्यासा हूं तड़फूं दिन और राती
क्यों छिप कर बैठी हो क्या भूल हुई हमसे , आंख रोये मात मेरी माफी मांगू तुझसे , हमें दर्श दिखा दो मां भर भर अंखियां प्यासी हे प्यारी मां..
माना एक पापी हूं आखिर हूं लाल तेरा , तेरी गोद में जन्मा हूं तेरे चरणों में डेरा , मां तुझसे नाता यों ज्यों दीपक संग बाती हे प्यारी मां...
ये रोम रोम पग पग रटता हूं नाम तेरा , मैं डरता हूं मैया धीरज टूटे मेरा , ब्याकुल इन अखियों पर क्या चैन तुम्हें आता हे प्यारी मां...
हे जीवनदायिनी मां टेर सुनकर अब आजा , रोता है लाल तेरा आ गोद में अपनी सुला , मैं हाथ पसारे खड़ा क्यों मां अब तरसाती हे प्यारी मां...
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