हट जा सासू आगे से जाने दे हरी कीर्तन में
डांटे से मैं नहीं डटूंगी रोके से मैं नहीं रूकूंगी , चाहे बुला ले अपने बेटे को जाने दे मोहे कीर्तन में
न चाहिए तेरे महल अटारी बृंदावन महल अंगारे से जाने दे मोहे कीर्तन में
न चाहिए तेरे हार श्रंगार तुलसी की माला पहनने दे जाने दे मोहे कीर्तन में
न चाहिए तेरे हलुआ पूड़ी रूखी सूखी खाने दे जाने दे मोहे कीर्तन में
न चाहिए मोहे पोता पोती हरी का ध्यान लगाने दे जाने दे मोहे कीर्तन में
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