हमारी कान्हा हाजिरी भर लीजो दर पे तेरे हम सब आये सबकी तुम सुन लीजो हमारी कान्हा हाजिरी...
जो भी तेरी शरण में आये सबके तुमने कष्ट मिटाये चरणों में हमें बसइयो हमारी कान्हा हाजिरी...
जीवन के दिन चार बिताये यम के दूत लेन को आये उनसे पहले चले अइयो हमारी कान्हा हाजिरी....
यम यतन की लगी कचहरी पेशी सबकी होय बारी बारी मेरी गवाही तुम दीजो हमारी कान्हा हाजिरी....
मोर मुकुट पीताम्बर धारी राधेश्याम की जोड़ी प्यारी राधा संग दर्शन दीजो हमारी कान्हा हाजिरी ....
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