ओम नमो शिवाय हरि ओम नमो शिवाय ओम नमो शिवाय हरि ओम नमो शिवाय
गढ़ पर्वत से उतरे सदा शिव काशी डेरे आये हरि ओम नमो शिवाय
नन्द बाबा की पूछी हवेली घर घर अलख जगाए हरि ओम नमो शिवाय
ले भिक्षा नन्द रानी निकली मोतिया थाल भराये हरि ओम नमो शिवाय
क्या करने तेरे धन और दौलत शिव दर्शन को आये हरि ओम नमो शिवाय
छोटा सा है बालक मेरा देख तुझे डर जाये हरि ओम नमो शिवाय
तभी शिवा ने लयी परिक्रमा अपना नाद बजाये हरि ओम नमो शिवाय
निराश होकर चले हैं शिव जी गढ़ पर्वत को आये हरि ओम नमो शिवाय
जाओ जी सखियों ढ़ूंढ़ को लाओ नाथ बड़े घबड़ाए हरि ओम नमो शिवाय
जैड़ा शिवा की करे आरती मन वांछित फल पाये हरि ओम नमो शिवाय
कान्हा को लाईं नंदरानी शिवा ने दर्शन पाए हरी ओम नमः शिवाय
चार परिक्रमा लगाई शिवा ने चरणों शीश नवाये हरी ओम नमः शिवाय
माथे शिवा दे चन्द्रमा विराजे गले शेषनाग लटकाए हरी ओम नमः शिवाय
लोहे हाथ त्रिशूल शिवा के डम डम डमरू बजाये हरी ओम नमः शिवाय
जो कोई भोले का यश गावे उसका जनम मरण छुट जावे हरी ओम नमः शिवाय
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