महादेव आज बसो नगरी तेरे बसत भोला फूल होत हैं (खुशी होती है) महादेव आज बसो नगरी
तेरे नादिया को झूल सिलाय दूं तुमको सिलाऊं गुदड़ी महादेव आज बसो नगरी
तेरे नादिया को दलिया खिलाय दूं तुमको घुटाऊं भंगड़ी महादेव आज बसो नगरी
तेरे नादिया को सैर कराय दूं तुमको मिलाऊं गौरा
महादेव आज बसो नगरी
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