मैया तेरी महिमा का मैंने गुण गाया है तेरी सूरत को मां मन में बसाया है
१- चांद और तारों से धरती के नजारों से आसमा के तारों से तेरा भवन सजाया है
२- कोयल कू कू बोले मेरा मन यूं डोले आसमा का तन डोले और मन हरषाया है
३- मैया अब न करो देरी जो भक्ति करे तेरी जो भी शरण आया तेरी भक्ति में समाया है
४- मैया तेरी महिमा न्यारी फूलों से सजी है प्यारी जिसे भी नजर आया तेरी सूरत में समाया है
५- पान सुपारी नारियल तेरी भेंट चढाऊगी हलुआ चने का मैया तेरा भोग लगांऊगी दर्शन दे दो मैया तेरे भक्तो ने पुकारा है
No comments:
Post a Comment