ये जो हल्का हल्का सुरुर है भोले तेरी नज़र का कुसुर है
मुझे अपना दीवाना बना लिया भोले अपना दीवाना बना लिया हम दोनों को भंगिया पिला दिया
सिर पे जटा जटा में गंगा , माथे पे चंदा सजा लिया
हम सबको भंगिया पिला दिया
गले में भोले के सर्पों की माला ,तन पे भभूति रमा लिया
हम सबको भंगिया पिला दिया
अंग बाघाम्बर हाथों में त्रिशूल ,भोले डम डम डमरू बजा दिया हम दोनों को भंगिया पिला दिया
पैरों में घुंघरू हाथों में डमरू , भोले नंदी सवारी करा दिया
हम सबको भंगिया पिला दिया
संग में भोले के गौरा बिराजे , गोदी में गणपति बिठा लिया हम सबको भंगिया पिला दिया
Lovely
ReplyDelete