कृष्ण भजन : सांची सांची कह दे तू मेरो कौन लागे(मधुर भजन)

सांची सांची कह दे बाबा कौन लागूं मैं तेरी कौन लागूं तू मेरो कौन लागे तू मेरो कौन लागे
गिर जाऊं पकड़ उठावे, भटकूं तो राह दिखावे, घबड़ाऊं दौड़ो आवे, हिबड़े से धीर बंधावे, दौड़ो आवे भागो आवे ,काम बनाबे नजर न आवे , पीछे पीछे चलूं तू तो चले आगे आगे मेरे कौन लागे तू मेरो कौन लागे
अटको जो काम बनाबे, खर्चों ये कौन चलाबे, मैं तो गानो नी जानो, कृपा है तेरी सब सांवरे ,तेरी माया तू ही जाने, तेरा भेद समझ नही पाये, मैं कि जानूं तू ही जाने, सुतियां भाग्य जागे मेरा भाग्य जागे मेरो कौन लागे तू मेरो कौन लागे तू मेरो कौन लागे


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