हरी भजन : हो हो हो हरी मैं तेरा दास हो गया

हो हो हो हरि मैं तेरा दास हो गया ,दास हो गया मैं तेरे पास हो गया हो हो हरि मैं तेरा दास हो गया
१- तू है ठाकुर मैं तेरा पुजारी तू है दाता मैं तेरा भिखारी
तुझे काहे का डर मेरी भी झोली तू भर हो हो हरि मैं तेरा दास हो गया
२- तू है सूरज किरन मैं हूं तेरी  तू है सागर लहर मैं हूं तेरी तू ही मेरी पतवार तू है मेरा खेवनहार हो हो हरि मैं तेरा दास हो गया
३- तू है चन्दा मैं तेरा चकोरा तू है फूल तो मैं तेरा भंवरा
 करूं दर्शन तेरा जीवन धन्य हो मेरा हो हो हरि मैं तेरा दास हो गया




Share:

No comments:

Post a Comment