सवामणि बालाजी महाराज के लिए भैरव के लिए प्रेतराज के लिए.....
पहला पहला भोग मैं तो बाबा को लगाऊं , भैरव प्रेतराज के काया पद जाऊं , लाल लंगोटा जांबाज के लिए भैरव के लिए प्रेतराज के लिए....
मोटे मोटे लड्डुओं पे राम लिखवाया , मौका बड़े दिनों बाद आज आया , रोटी चढ़ाया सरकार के लिए भैरव के लिए प्रेतराज के लिए......
पढ़ूं चालीसा जपूं नाम निराला , एक हाथ में ले ली माला , भक्त के बोल महाराज के लिए भैरव के लिए प्रेतराज के लिए.....
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