गौरा खड़ी मंदिर में हंसे मन मन में सुहाग वर देना है.....
एक सखी टीका मांगे एक सखी बिंदिया , गौरा सुहाग वर दे दो सिंदूर मांग भर दो सुहाग वर देना है.....
एक सखी नथुनी मांगे एक सखी गजरा , गौरा सुहाग वर दे दो चुनरिया उड़ा दो सुहाग वर देना है......
एक सखी चूड़ी मांगे एक सखी महावर , गौरा सुहाग वर दे दो लाल मेहंदी रचा दो सुहाग वर देना है....
सुन गौरा सखियों ढिंग आईं , दे दिए सब वरदान दिया आशीर्वाद सुहाग वर देना है....
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