नौ दिन मेरे घर आना ओ मैया मेरी , मुझपे हुकुम में चलाना ओ मैया मेरी....
बारह महीना मैया गुफा में रहना नौ दिन मेरे घर रहना ओ मैया मेरी.....
घर अंगना को खूब सजाऊं चंदन की चौकी पे तुमको बिठाऊं खूब सज धज के रहना ओ मैया मेरी.....
लाल लाल चोला मैया तुमको पहनाऊं गोटेदार चुनरी मैया तुमको उड़ाऊं माथे पे बिंदिया सजाऊं ओ मैया मेरी....
गंगाजल से कलश भराऊं जगमग जगमग ज्योति जलाऊं नारियल भेंट चढ़ाऊं ओ मैया मेरी.....
श्रद्धा भाव से भोग बनाऊं थाली बीच मैं उसको सजाऊं प्रेम से तुमको खिलाऊं ओ मैया मेरी.....
अपनी सखियों को मै बुलवाऊं ढोलक चिमटा झांझर बजाऊं सखियों को खूब नचाऊं ओ मैया मेरी....
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