बन गए ब्रज में नारी हमार पिया....
बालों में तो गजरा लगाया , भर लई मुतियन मंगिया हमार पिया बन गए ब्रज में नारी हमार पिया...
नैनों में तो सुरमा लगाया और लगाय लई लाली हमार पिया...
कानों में तो झुमके पहने नाक में पहने नथुनिया हमार पिया...
गले में तो हरवा पहने नाग लिए हैं छुपाए हमार पिया....
हाथों में तो चूड़ियां पहने और लगाय लई मेंहदिया हमार पिया....
कमर में तो लहंगा पहने लाली ओढ़ी चुनरिया हमार पिया....
पैरों में तो पायल पहनी एड़ी लगाय लई महावर हमार पिया...
सखियां हंस हंस पूछें गौरा से कौन तुम्हारे संग गोरी हमार पिया....
हंस हंस बोले गौरा सखियों से यह सहेली हमारी हमार पिया....
ऐसी मुरली बजाई मोहन ने भूले सुध बुध सारी हमार पिया....
मोहन मन ही मन मुस्काए दो पुरुष कहां नारी हमार पिया...
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