ये तुलसा तेरी खुशबू मेरा घर महकाती है तेरी छाया ओ मैया शीतलता लाती है
रोगों से बचाती है कष्टों को हरती है तेरा हर पत्ता मैया गुणकारी होता है
मन्दिर में रहती हो घर घर में रहती हो श्री हरि के दिल में मां तुम सदा ही बसती हो
शुभ कामों में आती हो तुम भोग में आती हो तुम आखिरी सांसों में बैकुंठ ले जाती हो
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