कार्तिक मास देवप्रबोधनी एकादशी पर नया भजन🌹जागे जागे हरि ग्यारस के दिना🌹सुनें पुण्य कमायें🌹

 

 

जागे जागे हरी ग्यारस के दिना , ग्यारस के दिना ग्यारस के दिना कैसी शुभ घड़ी आई ग्यारस के दिना 

चलो हरि को मनाएं सब मिल के , खोलीं अखियां हरी ने ग्यारस की दिना जागे जागे हरी... 

स्नान कराएं माथे तिलक लगाएं , छप्पन भोग लगाएं ग्यारस के दिना जागे जागे हरि...

 ब्रह्मा विष्णु भोले आए हैं , सब फूल बरसाएं ग्यारस के दिन आ जागे जागे हरि...

 शुभ दिन शुभ मंगल शुभ घड़ियां , शहनाइयां बजे ग्यारस के दिना जागे जागे हरि... 




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