एकादशी स्पेशल लाजबाव भजन मस्त ढोलक🌹हरि हर एक हैं दोनों पुण्य मिलेगा सुन लीजिए🌹

 

 

हरि हर एक हैं दोनों न ये कम हैं न वो कम हैं 

मुरारी इनको कहते हैं वो त्रिपुरारी कहाते हैं तो फिर क्या भेद हैं इनमें न ये कम हैं न वो कम हैं 

ये रहते क्षीरसागर में वो रहते हैं हिमालय में ससुर घर दोनों रहते हैं न ये कम हैं न वो कम हैं 

ये पीते प्रेम रस प्याला वो पीते भांग का प्याला नशे में दोनों रहते हैं न ये कम हैं न वो कम हैं 




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