जगमग ज्योति जले ज्वाला तेरी ज्योति जले
किन किन मैया तेरा भवन बनाया किन्हे तेरा चंवर डुले ज्वाला तेरी ज्योति जले
पांच पांच पांडव ने भवन बनाया अर्जुन चंवर डुले भवानी तेरी ज्योति जले
राजा अकबर जुल्म कमाया जगती ज्योति नहर ले आया पानी ऊपर ज्योति जले ज्वाला तेरी ज्योति जले
राजा अकबर जुल्म कमाया जगती ज्योति तवा चढ़ाया तवा ऊपर ज्योति जले ज्वाला तेरी ज्योति जले
राजा अकबर चल भर आया सवा मन सोने का छत्र चढ़ाया छत्र कबूल न करे ज्वाला तेरी ज्योति जले
राजा अकबर भूल बक्साया मैया मुझे माफ करो मैया मेरी गोद भरो ज्वाला तेरी ज्योति जले
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