उंगली पकड़ के रोई कान्हा तेरी याद में💃डांस हो तो ऐसा बिना देखे नहीं रह पाओगे एक से बढ़कर एक💃

 

 

अरे उंगली पकड़ के रोई रे कान्हा तेरी याद में 

कान्हा ओ बागों बीच अकेली कान्हा ओ घिर आई रात अंधेरी अरे डाली पकड़ के रोई कान्हा तेरी याद में 

कान्हा ओ कुयनों बीच अकेली कान्हा ओ घिर आई रात अंधेरी अरे गागर पकड़ के रोई कान्हा तेरी याद में 

कान्हा ओ तालों बीच अकेली कान्हा ओ घिर आई रात अंधेरी अरे साड़ी पकड़ के रोई कान्हा तेरी याद में 

कान्हा ओ महलों बीच अकेली कान्हा ओ घिर आई रात अंधेरी अरे खिड़की पकड़ के रोई कान्हा तेरी याद में 

कान्हा ओ सेजों बीच अकेली कान्हा ओ घिर आई रात अंधेरी अरे तकिया पकड़ के रोई कान्हा तेरी याद में 




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