प्यारे बजरंगबली मेरी नैया चली आ बचाना पार धीरे से नैया लगाना
जब मुद्रिका राम ने पठाई जाके सीता की गोदी गिराई , सीता बैठीं इधर आप बैठे उधर आ बचाना पार धीरे से नैया लगाना
जब लक्ष्मण के शक्ति लगी थी पल भर में विपदा हरी थी , ला संजीवनी दिया लक्ष्मण जिन्दा किया आ बचाना पार धीरे से नैया लगाना
आपका नाम जग में अमर है पूजा करते सभी नारी नर हैं , घर घर दीपक जलें तेरी जय जय बुले आ बचाना प र धीरे से नैया लगाना
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