जयकारा मिल के बोलो सांचे दरबार का आंखों में बस गया जलवा मां तेरे प्यार का
दर पे तुम्हारे आज मां मैं नाचूं गाऊंगी मैं नाचूं गाऊंगी मां रख दे सिर पे मेरे मां रख दे सिर पे मेरे अपना हाथ दुलार का आंखों में....
मां आशा पूरी करतीं सब भक्तों की मैया सब भक्तों की मैया अपनी ममता का मुझको अपनी ममता का मुझको दे दो दुलार मां आंखों में..
तेरी शरण में बैठी श्रद्धा और भाव से श्रद्धा और भाव से मुझको गले लगा लो मुझको गले लगा लो अब प्यार से तू मां आंखों में बस गया जलवा मां तेरे प्यार का
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