सब मिल के मैया को मनाओ नवरात्रे आये हरे हरे
नौ बहनों की जोड़ी देखो कैसी अजब निराली , कर सोलह श्रृंगार हैं बैठी लाल चुनरिया वाली नवरात्रे आये हरे हरे नवरात्रे आये मैया के
पान सुपारी ध्वजा नारियल मां को भेंट चढ़ाओ हलुआ पूड़ी छोले मेवा रूचि रूचि भोग लगाओ नवरात्रे आये हरे हरे नवरात्रे आये मैया के
न मांगो तुम हीरा मोती न चांदी न सोना मैया के चरणों में मांगो एक छोटा सा कोना
मनोकामना हो जब पूरी अपना वचन निभाओ धूमधाम से मैया का तुम जगराता करवाओ नवरात्रे आये हरे हरे नवरात्रे आये मैया के
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