श्याम मेरा मैं श्याम की होई रे अब क्या करेगा कोई रे🌷मन को छूने वाला शानदार भजन आनंद लीजिए🌷

 

 

श्याम मेरा मैं श्याम की होई रे अब क्या करेगा कोई रे 

श्याम तेरे मिलने के कारण सारी रात न सोई रे अब क्या करेगा कोई रे 

माधव माधव रटते रटते मैं तो खुद ही माधव होई रे अब क्या करेगा कोई रे 

मथुरा ढूंढा गोकुल ढूंढा वो तो कहीं न मिला निर्मोही रे अब क्या करेगा कोई रे 

सखियां कहें ये तो भई रे बाबरी वो तो श्याम के रंग में खोई रे अब क्या करेगा कोई रे 




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