सीता मैया ने करी ज्योनार पवनसुत हरे हरे पवनसुत न्योत दिये
ब्रम्हा न्योते विष्णु न्योते न्योते भोलेनाथ सारी वानर सेना न्योती न्योत दिये हनुमान पवनसुत हरे हरे पवनसुत न्योत दिये
ब्रम्हा आये विष्णु आये आये भोलेनाथ सारी वानर सेना आई आय गये हनुमान पवनसुत हरे हरे पवनसुत न्योत दिये
पूड़ी परसी कचौड़ी परसी लड्डू परसे चार खीर रायता सब ही परसो रबड़ी तो लच्छेदार पवनसुत ...
ब्रम्हा खा गये विष्णु खा गये खा गये भोलेनाथ सारी वानर सेना खा गयी हनुमत को भरो नाही पेट पवनसुत...
राम जी बोले सुन लो सीता ध्यान से मेरी बात एक दल तुलसी पत्ता परसो हनुमत को भर जाये पेट पवनसुत...
दौड़ी दौड़ी सीता मैया गई तुलसी के पास एक दल तुलसी पत्ता परसो हनुमत को भर गयो पेट पवनसुत ...
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