जाय लंका में हनुमान सिया से धीरे धीरे बोले , धीरे धीरे बोले हौले हौले बोले जाय लंका में हनुमान सिया से धीरे धीरे बोले
मां तुम्हरी आज्ञा पाऊं फल तोड़ तोड़ के खाऊं , मेरे भूख से निकलें प्राण सिया से धीरे धीरे बोले
तुम मानो बात हमारी वहां राक्षस हैं अति भारी , दिया राक्षस को एलान सिया से धीरे धीरे बोले
रहे आशीर्वाद तुम्हारा कोई क्या कर सके हमारा , मैं राम का सेवादार सिया से धीरे धीरे बोले
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