आओ मेरी सखियों जरा मण्डप सजा दो मण्डप सजा दो वन्दन वार लगा दो सत्यनारायण की कथा करवा दो मण्डप सजा दो वन्दन वार लगा दो
चन्दन की चौकी मैंने बिछाई केले के पत्तों से मण्डप सजाई नारायण सिंहासन बिठा दो मण्डप सजा दो वन्दन वार लगा दो
कदली फल और मेवा मिठाई पंचामृत पंजीरी बनाई धूप दीप चारो ओर लगवा दो मण्डप सजा दो वन्दन वार लगा दो
घर घर से मैंने सबको बुलाया पंडित जी ने कथा सुनाया नारायण का हवन करा दो मण्डप सजा दो वन्दन वार लगा दो
सम्पन्न पूजा आरती हो गई सब भक्तों की मुक्ति हो गई अब नारायण दर्शन दिखा दो मण्डप सजा दो वन्दन वार लगा दो
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