छिपते छिपाते आय गई रे कान्हा तेरी नगरिया
द्वारे पे बैठीं थीं सास हमारी , खिड़की से कूद के आय गई रे कान्हा तेरी नगरिया
राहों में मिल गये जेठ हमारे , घूंघट डाल मैं तोआय गई रे कान्हा तेरी नगरिया
पिछवाड़े मिल गयो छोटा देवरवा , उंगली दिखाय के आय गई रे कान्हा तेरी नगरिया
कुयें पे मिल गई रे मेरी ननदिया , गागर उठा के मैं आय गई रे कान्हा तेरी नगरिया
गलियों में मिल गई रे मेरी पड़ोसन , बातें बना के आय गई रे कान्हा तेरी नगरिया
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