अबकी होली में खेलो गुलाल कान्हा जी
टीका भींगे नथुनी भींगे बिंदिया हो गई लाल , कोरी चुनरिया पहनके आई पूरी कर दी लाल अबकी....
कंगना भींगे चूड़ी भींगे मेहंदी हो गई लाल कोरी चुनरिया पहन के निकली पूरी कर दी लाल अबकी...
हरवा भींगे माला भींगे झुमका हो गये लाल कोरी चुनरिया पहन के निकली पूरी कर दी लाल अबकी..
पायल भींगे तगड़ी भींगे बिछुआ हो गये लाल कोरी चुनरिया पहन के निकली पूरी कर दी लाल अबकी..
अपने ही रंग में रंग ले सांवरिया आई तेरे द्वार
अंग से अंग लगा ले सांवरिया हो जाय बेड़ा पार अबकी...
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