राम भजन : मेरे राम दया के सागर हैं(मन मे बसने वाला भजन)



मेरे राम दया के सागर हैं मेरी बिगड़ी बनाओ तो जाने
१- त्रेता में आये तो क्या आये, द्वापर में आये तो क्या आये
कलियुग में आओ तो जाने मेरी बिगड़ी बनाओ तो जाने
२- अयोध्या में आये तो क्या आये ,मथुरा में आये तो क्या आये , मेरे घर में आओ तो जाने मेरी बिगड़ी बनाओ तो जाने
३- मंदिर में आये तो क्या आये, मूरत में आये तो क्या आये
हृदय में आओ तो जाने मेरी बिगड़ी बनाओ तो जाने
४- दशरथ घर आये तो क्या आये, यशोदा घर आये तो क्या आये, घर घर में आओ तो जाने मेरी बिगड़ी बनाओ तो जाने
५- पूजा में आये तो क्या आये , आरती में आये तो क्या आये, कीर्तन में आओ तो जाने मेरी बिगड़ी बनाओ तो जाने....


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