सुहाग गीत :(तीज स्पेशल) बिनती सुनो मेरी मैया सुहाग वर दे देना


बिनती सुनो मेरी मैया सुहाग वर दे देना, टूटे कभी न आस  सुहाग वर दे देना
जब मेरी सांसो की माला टूटे ,साजन के हाथों में हाथ सुहाग वर दे देना
लगी रहे मेरे माथे पे बिंदिया, सिंदूर से भरी रहे मांग सुहाग वर दे देना
रची रहे मेरे हाथों में मेहंदी, चूड़ी से खनके हाथ सुहाग वर दे देना
सजी रहे मेरे अंगों मे साड़ी, सिर पे हो चूनर लाल सुहाग वर दे देना
लगी रहे मेरे पैरों में महावर,बिछुआ से भरे रहें पांव सुहाग वर दे देना
और न कुछ मैं चाहूं मैया, सिर पे है तेरा हाथ सुहाग वर दे देना


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